Punjab Border Area Evacuation Is Preparation For War - Hindi News
बॉर्डर पर गांव खाली कराने की वजह डर नहीं, रिटायर्ड आर्मी अफसरों ने कहा - 1965 दोहराने की है तैयारी करा रहा है भारत
अमृतसर.पोओके में आतकिंयों के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक के बाद बौखलाया पाकिस्तान कश्मीर में जवाब दे सकता है, क्योंकि वहां की भौगोलिक परिस्थितियां उसके अनुकूल हैं। अगर वो ऐसा करता है तो भारत का जवाब पंजाब से ही दिया जा सकता है। संभवत: इसी इरादे से पंजाब के सरहदी इलाकों को खाली कराया जा रहा है। यहां भारत, पाकिस्तान को दो बार मुंह तोड़ जवाब दे चुका है। 1965 में भारत ने इसी तरह पाकिस्तान को पस्त किया था। भास्कर के मनोज अपरेजा और संजीव रामपाल से बातचीत में तीन रिटायर्ड आर्मी अफसरों ने ऐसी संभावना जताई है। पढ़ें कैसेकश्मीर में भौगोलिक स्थिति दुश्मन के अनुकूल, इसलिए पंजाब से दे सकते हैं तगड़ा जवाब
#1. पाकिस्तान कश्मीर में कुछ भी गड़बड़ करे तो हमारी आर्मी फिर लाहौर पहुंच सकती है : वीपी मलिक
-पाकिस्तान के स्वभाव से हम सभी वाकिफ हैं। सर्जिकल स्टाइक से बौखलाकर वो कश्मीर में कुछ भी गड़बड़ करता है तो हमारी आर्मी पंजाब से मोर्चा खोल सकती है। उसका अहम शहर लाहौर पास ही है।
-1965 में इंडियन आर्मी लाहौर तक पहुंच चुकी है। इलाके खाली कराने से लोगों को परेशानी जरूर हो रही है, लेकिन बड़े नुकसान को टालने के लिए ये जरूरी था।
-पाकिस्तान का पता नहीं कि वह कब क्या देगा? इसलिए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद खुश होकर चुप बैठ जाना बहुत बड़ी बेवकूफी होगी।
-पाकिस्तान जंग जैसी स्थिति पैदा करता है तो दुनिया के मंच पर डिप्लोमेटिक और इकोनॉमिक ग्राउंड पर घेरने के अलावा जमीन पर बुरी तरह से घेरना जरूरी है। ये पूरी तैयारी उसी दिशा में लग रही है।
(वीपी मलिक, रिटा. जनरल (कारगिल युद्ध के दौरान जनरल मलिक आर्मी चीफ थे। भारतीय सेना ने उनकी कमांड में युद्ध जीता था।)
#2. दुश्मन को 1965 और 1971 की तरह घुटनों के बल लाने के लिए ये तैयारी जरूरी है :पीएन हून
-भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक के साथ ही ये इलाका खाली कराने की प्लानिंग कर ली होगी। पंजाब के सरहदी गांवों के लोगों को पीछे करना जरूरी है। 1965 और 1971 की लड़ाई में भी हम ऐसा कर चुके हैं।
-अगर पाकिस्तान कुछ भी गड़बड़ करता है तो उसे घुटनों के बल लाने के लिए इंडियन आर्मी को बड़े ऑपरेशन के लिए पूरा स्पेस चाहिए।
-हालांकि बॉर्डर के इलाकों में गांवों के पुराने चुनिंदा लोगों को साथ रखा जाता है, ताकि इलाके के बारे में पूरी जानकारी मिलती रहे।
-वैसे पाकिस्तानी फौज काउंटर अटैक की हिम्मत जुटाने की स्थिति में नहीं दिखती, लेकिन हमारी तैयारी तो होनी ही चाहिए।
(पीएन हून, रिटा. ले. जनरल (ऑपरेशन मेघदूत के तहत सियाचिन में 7500 वर्गकिमी. इलाका पाक से छीनने वाली टुकड़ी का हिस्सा थे।)
#3. जंग छेड़ा तो मूर्ख ही होगा पाकिस्तान, वह जानता है कि लाहौर हमारे लिए ज्यादा दूर नहीं :बीकेएन छिब्बर
-बॉर्डर एरिया के गांवों को खाली कराना और स्कूलों में छूटि्टयां करना सही है। हमें हर तरह के हालात से निपटने के लिए तैयार रहना होगा।
-पाकिस्तान जंग छेड़ता है तो यह उसकी मूर्खता होगी, क्योंकि वह जानता है कि लाहौर हमारे लिए दूर नहीं है। इंडियन आर्मी दुनिया की सबसे अच्छी आर्मी में से एक है।
-यही वजह है कि रूस व अमेरिका की आर्मी हमारे साथ वॉर प्रैक्टिस करने में दिलचस्पी दिखाती है। पाकिस्तान में घुसकर हमले ने यह साबित भी कर दिया है।
-अब तक धारणा थी कि ऐसे अटैक केवल अमेरिका ही कर सकता है। क्योंकि अब हम सर्जिकल स्ट्राइक कर चुके हैं, इसलिए पाकिस्तान भी कुछ न कुछ जरूर सोच रहा होगा।
-इससे पहले कि वह कुछ करे, हमारी आर्मी की पूरी तैयारी होनी चाहिए। इसके लिए लोगों को पीछे हटाना जरूरी था।
(बीकेएन छिब्बर, रिटा. ले. जनरल, (पंजाब के पूर्व गवर्नर व चंडीगढ़ के प्रशासक भी) (Ground Report में पढ़ें, 45 साल बाद पंजाब में बड़े पैमाने पर खाली कराए जा रहे गांव)
मोदी के लिए उर्दू में लिखे मैसेज के साथ आया गुब्बारा
- उधर, दीनानगर (पंजाब) के गांव घेसल में दो संदिग्ध गुब्बारे मिले हैं। इन पर पीएम नरेंद्र मोदी के लिए उर्दू में मैसेज लिखे हैं। माना जा रहा है कि ये बॉर्डर पार से आए हैं।
- बता दें कि पिछले साल दीनानगर में आतंकी हमला हुआ था। यहां पहले भी गुब्बारे मिल चुके हैं।
गुब्बारे पर लिखा था अयूबी की तलवारें हमारे पास हैं
-पीले रंग के गुब्बारों पर चिपके कागज के एक टुकड़े पर उर्दू में लिखा 'मोदीजी, अयूबी की तलवारें अभी हमारे पास हैं। इस्लाम जिंदाबाद।'
- गुब्बारे पर पाकिस्तानी झंडे की तस्वीर भी थी, साथ ही लिखा था कि 'आई लव पाकिस्तान।'