10 रुपए का सिक्का लेने से मना करने पर फंस जाएंगे देशद्रोह के मुकदमे के फेर में!
इन दिनों फेसबुक, व्हाट्सऐप और दूसरे सोशल मीडिया पर एक अफवाह चल रही है. अफवाह है कि भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई ने 10 रुपए के सिक्कों पर रोक लगा दी है.
इसके साथ यह अफवाह भी है कि 10 रुपए के सिक्के नकली आ रहे हैं. ऐसे में पिछले कुछ वक्त से लोग इन सिक्कों को लेने से मना करने लगे हैं या फिर बैंकों से इन सिक्कों के बदलवा रहे हैं.यूपी में सबसे ज्यादा मामले
लेकिन अब 10 रुपए के सिक्कों को लेने से इनकार करना आपको महंगा पड़ सकता है. बता दें कि 10 रुपए के सिक्कों के लेने से इनकार करने के सबसे ज्यादा मामले उत्तर प्रदेश से सामने आ रहे हैं.
ऐसे में शनिवार को पीलीभीत के डीएम मासूम अली ने कहा है कि अगर कोई व्यक्ति 10 रुपए के सिक्के को लेने से इनकार करता है तो उस पर देशद्रोह का कैस हो सकता है.
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक खबर के मुताबिक, डीएम मासूम अली ने कहा, '10 रुपए का सिक्का राष्ट्रीय करंसी है. किसी के पास इसे लेने से मना करने का अधिकार नहीं है, क्योंकि भारत सरकार इसे मान्यता देती है. अगर कोई सिक्के को फर्जी बताकर इसे लेने से मना करता है तो उस पर देशद्रोह का केस हो सकता है.
आरबीआई का नियम
आरबीआई के नियमों के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति चलन में मौजूद करंसी लेने से मना करता है तो उस पर आईपीसी की धारा 124ए के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है. हम इसका कड़ाई से पालन करेंगे.'
गौरतलब है कि आरबीआई बीते मंगलवार (20 सितंबर) कहा था कि 10 रुपए का सिक्का प्रचलन में है और जो भी इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं उन्हें कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है.
ऐसी रिपोर्ट आ रही हैं कि दिल्ली और आसपास के इलाके में दुकानदार और ऑटो रिक्शा ड्राइवर 10 रुपए के सिक्के को लौटाकर कस्टमर्स से इसके बदले नोट की मांग कर रहे हैं. ऐसा एक वॉट्सऐप मैसेज के बाद हुआ जिसमें सिक्के अवैध बताया गया था. इस मैसेज को कई बार शेयर किया जा चुका है.
आम लोगों में अनचाहा डर
आरबीआई ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है. बैंक ने कहा कि हमने तो इसके बारे में सोचा तक नहीं है. आरबीआई प्रवक्ता अल्पना कीलावाला ने कहा कि लोगों को इन सिक्कों के इस्तेमाल पर असहज नहीं होना चाहिए.
कुछ अफवाहें ऐसी भी उड़ी जिनमें दो डिजाइन के सिक्कों के बारे में कहा गया. कुछ दूसरी अफवाहों में कहा गया कि आरबीआई इन सिक्कों को धीरे-धीरे हटा रही है और जो भी सर्कुलेशन में है वह नकली हैं.
गोल्ड पॉलिश वाले सिक्कों पर भी कई तरह की चर्चाएं आम लोगों के बीच हो रही हैं. गाजियाबाद में दूध बेचने वाले एक दुकानदार को हमारे सामने एक शख्स ने 10 का सिक्का थमा दिया. ग्राहक चला गया लेकिन जब दुकानदार का ध्यान इस पर गया तो वह हैरान रह गया. दुकानदार ने कहा कि जरा सी चूक हुई और उसने नकली सिक्का थमा दिया.
दुकानदार भी नहीं ले रहे सिक्के
ऐसी ही घटनाएं फरीदाबाद, नोएडा, गुड़गांव, मेरठ में भी हो रही हैं जहां दुकानदार इन सिक्कों को लेने से साफ इनकार कर रहे हैं. हाल ये है कि लोग सिक्कों को नोट से बदलने के लिए बैंकों के चक्कर काट रहे हैं.
जून में आरबीआई ने 10 रुपए का नया सिक्का जारी किया था. सिक्कों के चलन में आने के 6 साल बाद ऐसा किया गया. इन सिक्कों का टकसाल मुंबई, कोलकाता, नोएडा और हैदराबाद के सैफाबाद और चेरलापल्ली में किया जाता है.